Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

कुछ बदला है ?

 

अब आजकल कुछ मौसम बदला है
अभी अभी कुछ मिजाज भी बदला है !!

 

इतनी जल्दी दिल खोलकर मत रख
कल ये बदला आज वो भी बदला है !!!

 

तेरा वजूद यहां मिला न वहां मिला
मंजिल तो बदली रास्ता भी बदला है !!!

 

मंदिर का शंखनाद हो या मस्जिद की अजान
शोर में खुदा बदला भगवान भी बदला है !!

 

सियासत मे शानो शौकत का अंदाज बदला
सादगी का महंगा इंतजामात भी बदला है !!

 

हाकिम बदला है तो हकीम भी बदला है
चेहरे देख पोशीदा इन्साफ भी बदला है !!
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विश्वनाथ शिरढोणकर

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