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पान का बीड़ा

 

पान का बीड़ा

पान का बीड़ा उठावें न राजा जी,

आपकी शान में चार चाँद लग जाएं।
आपकी मुस्कान से महक जाए वातावरण,
और आपके शब्दों से सबके दिल जीत जाएं।

पान का बीड़ा उठावें न राजा जी,
आपकी राजसी शान में वृद्धि हो।
आपके नेतृत्व में सबकी भलाई हो,
और आपके शासन में सुख-शांति की वर्षा हो।

पान का बीड़ा उठावें न राजा जी,
आपकी कृपा से सबके जीवन में सुख आए।
आपके आशीर्वाद से सबके सपने सच हों,
और आपके नेतृत्व में सबकी खुशहाली बढ़े।

पान का बीड़ा उठावें न राजा जी,
आपकी महानता की चर्चा हर जगह हो।
आपके गुणों की प्रशंसा सब करें,
और आपके नेतृत्व में सबका कल्याण हो।।

- सुख मंगल सिंह
वरिष्ठ साहित्यकार कवि एवं लेखक 
 वाराणसी वासी 


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