ऑपरेशन सिंदूर
शांति अहिंसा वादी भारत, लड़ने को मंज़बूर किया है
आंख खोल कर पाक देख, ऑपरेशन सिंदूर यही है।
धर्म पूछ कर लहू बहाया, दिल में तनिक रहम ना लाया
सोया सिंह जगा कर तुमने, अपनी सर पर मौत बुलाया।
जालिम तू इंसान नहीं है, धूर्त क्रूर और हैवान तुम्ही हो
26 मांगे तूने सूनी की है, नशे और शान में आकर तूं!
कायराना हरकत की है तूने, शूर समझता है घमंड में
आंख खोल कर पाक देख ले ऑपरेशन सिंदूर है यह!
तेरा ही गर्व तुम्हें रुलाएगा, आंक ले अपनी औकात तू
अभी सभल जा पाक वरना, तूं नशे से मिट जाएगा।
भारत मां के लाल महाबली, दृढ़ अडिग अभय निराले हैं
गर टकराएगा महाकाल से, चूर होगा रह औकात में।
इतिहास साक्षी है कि बाघ के दांत गिरने वाले हैं हम
तू कश्मीर मिलेगा लोहा? क्या समझा है अंगूर है ।
गीदड़ बहकी देख चुके हो गर्भ में आकर फूलों मत
आंख खोल कर पाक देख ले यह ऑपरेशन सिंदूर है।
सदा से घुटने टेक के हो, याद करो कारगिल युद्ध को
विश्व गुरु हम अभिजीत रथ, मेरा कम कुछ दूर है।
शांति अहिंसा वादी भारत, लड़ने को मजबूर ना कर
आंख खोल कर पार्क देख यही ऑपरेशन सिंदूर है।।
- राजेंद्र प्रसाद ' भ्रमर '
ग्राम पोस्ट - भटरौल, चकिया, चंदौली, उत्तर प्रदेश
संकलन करता -
सुख मंगल सिंह
वरिष्ठ साहित्यकार कवि एवं लेखक वाराणसी वासी
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