Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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"गाय में विशेषतायें"

 

"गाय में विशेषतायें"


दूध मलाई जिससे आती,
गौमाता वही कहलाती।
अनहोनी से मालिक बचाती,
काम पिरामिड सींग करती।।

ऑक्सीजन वह ग्रहण करती,
बाहर ऑक्सीजन निकालती।
गाय मानव की रक्षक होती,
पर्यावरण की रक्षा करती।।

मानव मन प्रकाशित करती,
शौर्य ऊर्जा डिल में रखती।
गौमाता जिस जगह रहती,
वहां पर सकारात्मक रखती।।

गौमाता और तुलसी माता,
घर ऑक्सीजन से भर देती।
वैज्ञानिकों का शोध आया,
गुण सकारात्मक दिखलाया।।

ऋग्वेद व यजुर्वेद कहता,
अथर्ववेद संपत्ति घर की कहता।
लोग गाय को माता कहते,
पक्ष भाग पूजा प्रातः करते।।

वैतरणी पार गाय कराती,
यही गरुण पुराण में भाषित।।

दूध से हड्डियां मजबूत होती,
 युम्यूनिटी गाय दूध  बढ़ाता।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती,
इम्यून सेल्स मजबूत होती।।

 दूध में पोषक तत्व मिलता,
बालों को झड़ने से बचाता।
दिमाग डिसऑर्डर से बचता,
एकाग्रता की कमी दूर करता।।

दूध विकारों को दूर भगाता,
दिमाग की छमता बढ़ाता।।

गाय का घी रोग दूर करता,
शरीर की ताकत बढ़ाता।
जिसे नशा दूर हो जाता,
गाय के घी से वजन घटता।।

भोजन के स्वाद को बढ़ाता,
पोषक तत्व भरपूर मिलता।
गाय दूध कमजोरी घ टाता,
आंखों की रोशनी बढ़ाता।।

दूध घी शहद साथ मिला,
लेने से थकान दूर होती।
नाक में गौघृत डालने से,
माइग्रेन छुटकारा मिलती।।

कफ समस्या इससे दूर होती,
गरमकर छाती पे मालिश करते!
कफ पिघल बाहर निकलती,
घी में नमक मिला कर मलते।।

गाय का घी स्फूर्ति बढ़ाता,
विषैला तत्व बाहर निकालता।
कोलेस्ट्रॉल को ही घटाता,
रक्त दबाव संतुलित रखता।।

छाछ बवासीर में काम आता,
यह रोग को कंट्रोल में लाता।
कफ दोष रोगी को ठीक करता,
असंतुलित कफ में प्रयोग होता।।

पित्त विकार जब कभी बढ़ जाता,
दूध निर्मित छाछ प्रयोग में आता।
खाना हजम करने में सक्षम होता,
मट्ठा से पीलिया रोग भाग जा ता।।

मट्ठा कैलोरी को बढ़ाता,
मक्खन पेट का रोग भगाता।
बढी तोद को छाछ का घटाता,
लोगों के जीवन में सुख लाता।।

नींद में जब दिक्कत आती,
छाछ लाकर उसको पिलाते।
जब कभी भी आंख खुजला ये,
घी निर्मित आजम लगाएं।।

गौ मूत्र का बहुत फायदा,
मोटापा को दूर भगाता।
वजन घटाने में काम आता,
यह कैंसर रोग से बचाता।।

पाचन तंत्र मजबूत करता,
बैक्टिरियल इंफेक्शन हटाता।
दाद खाज खुजली की दवा में,
गौ मूत्र प्रयोग किया जाता।।

- सुख मंगल सिंह अवध निवासी



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