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भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव मई 2025

 

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव मई 2025

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव मई 2025 में कई कारणों से बढ़ा है, जिनमें से एक प्रमुख कारण पहलगाम आतंकी हमला है। इस हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसका उद्देश्य आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करना था। इससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया।

*भारत-पाकिस्तान तनाव के कारण:*

- *पहलगाम आतंकी हमला*: इस हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिससे पाकिस्तान को सूचित करने की बात पर विवाद बढ़ गया।
- *सीमा पर तनाव*: दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ है, जिससे युद्ध की आशंका बढ़ गई है।
- *अंतरराष्ट्रीय दबाव*: दुनिया भर के देश भारत और पाकिस्तान से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।

*नतीजे:*

- *युद्ध की आशंका*: बढ़ते तनाव के कारण जंग छिड़ने की आशंका बढ़ती जा रही है।
- *अंतरराष्ट्रीय चिंता*: दुनिया पहले ही दो भयंकर युद्ध देख रही है, जिससे लाखों लोगों की मौत हो चुकी है और भारी बर्बादी हो रही है।
- *बाबा वेंगा की भविष्यवाणी*: एक प्रसिद्ध भविष्यवक्ता बाबा वेंगा ने 2025 में एक बड़े युद्ध की भविष्यवाणी की थी, जिससे लोगों में चिंता बढ़ गई है ।

वर्तमान में, विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने संसदीय समिति को बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष हमेशा पारंपरिक क्षेत्र में रहा है और पाकिस्तान की ओर से कोई परमाणु संकेत नहीं दिया गया है। दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए शांति वार्ता और समझौते की आवश्यकता है ।

भारत ने पाकिस्तान पर मैं 2025 में स्ट्राइक क्यों की:-

भारत ने मई 2025 में पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक किया, जिसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया था। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी।

*ऑपरेशन सिंदूर के मुख्य कारण:*

- *पहलगाम आतंकी हमला*: इस हमले में आतंकवादियों ने बैसरन घाटी में पर्यटकों पर गोलियां बरसाईं, जिससे कई महिलाओं ने अपने पति खो दिए।
- *आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई*: भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए।
- *सीमा पर तनाव*: दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ था, जिससे युद्ध की आशंका बढ़ गई थी।

*ऑपरेशन सिंदूर के परिणाम:*

- *आतंकवादियों के ठिकानों का विनाश*: भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के कई ठिकानों को निशाना बनाया।
- *पाकिस्तान का मनोबल कमजोर*: ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान का मनोबल ध्वस्त कर दिया और उन्हें भविष्य में ऐसी कार्रवाई से पहले सोचने पर मजबूर कर दिया।
- *दुनिया की प्रतिक्रिया*: दुनिया भर के देशों ने भारत और पाकिस्तान से शांति बनाए रखने की अपील की ।

पाकिस्तान के हमले से भारत को नुकसान: -

पाकिस्तान के हमले से भारत को हुए नुकसान के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन पाकिस्तान पर भारत के ऑपरेशन सिंदूर के प्रभाव के बारे में जानकारी उपलब्ध है। ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के कई एयरबेस को निशाना बनाया, जिसमें पाकिस्तान को काफी नुकसान हुआ।

*पाकिस्तान को हुए नुकसान:*

- *20% PAF इंफ्रास्ट्रक्चर का नुकसान*: ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 20% एयर फोर्स इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचा।
- *50 सैनिकों की मौत*: इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के लगभग 50 सैनिक मारे गए।
- *7एयरबेस तबाह*: भारत ने पाकिस्तान के 7 एयरबेस को तबाह कर दिया, जिनमें से कुछ प्रमुख एयरबेस थे।
- *फाइटर जेट्स को नुकसान*: पाकिस्तान के कई फाइटर जेट्स नष्ट हो गए ।

भारत में निर्मित ब्रह्मोस मिसाइल से पाकिस्तान में कहां-कहां नुकसान पहुंचा और उसका असर :- 

भारत में निर्मित ब्रह्मोस मिसाइल से पाकिस्तान में हुए नुकसान के बारे में जानकारी उपलब्ध है, जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुआ था। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाया था।

*ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुए नुकसान:*

- *पाकिस्तान के हवाई ठिकानों की तबाही*: ब्रह्मोस मिसाइल ने पाकिस्तान के कई हवाई ठिकानों को नष्ट कर दिया, जिन्हें अभेद्य माना जाता था।
- *आतंकवादी ठिकानों का खात्मा*: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया और उन्हें पूरी तरह से तबाह कर दिया।
- *पाकिस्तान के एयरबेस को नुकसान*: भारत ने पाकिस्तान के 11 बड़े एयरबेस को तबाह कर दिया था, जिससे पाकिस्तान की वायुसेना को भारी नुकसान पहुंचा।
- *चीन से उधार ली गई वायु रक्षा प्रणाली की विफलता*: पाकिस्तान द्वारा चीन से उधार ली गई वायु रक्षा प्रणाली ऑपरेशन सिंदूर के दौरान विफल हो गई और भारतीय मिसाइलों को रोकने में असमर्थ रही ।

*ऑपरेशन सिंदूर का असर:*

- *पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों का भंडाफोड़*: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों का भंडाफोड़ हो गया और दुनिया भर में उसकी छवि खराब हुई।
- *भारत की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन*: ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन किया और दिखाया कि भारत अपने पड़ोसी देशों के आतंकवादी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा।
पाकिस्तान ने किन-किन देशों के कौन-कौन हथियार इस युद्ध में इस्तेमाल किया:- 
पाकिस्तान ने इस युद्ध में चीन से प्राप्त हथियारों का इस्तेमाल किया है। इनमें से कुछ प्रमुख हथियार हैं ¹:
- *जे-10सी मल्टी-रोल फाइटर जेट*: पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जे-10सी फाइटर जेट का इस्तेमाल करने का दावा किया था, जो चीन की एविक चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन द्वारा निर्मित है।
- *चीनी ड्रोन*: पाकिस्तान ने भारत में नशीले पदार्थ और हथियार गिराने के लिए चीन में बने ड्रोन का इस्तेमाल किया है। इन ड्रोनों को बीएसएफ ने कई बार पकड़ा है, जिनमें डीजीआई माविक 3 क्लासिक ड्रोन भी शामिल है।
- *हथियार और गोला-बारूद*: पाकिस्तान ने चीन से प्राप्त हथियारों और गोला-बारूद का भी इस्तेमाल किया है, जिनमें पिस्तौल, मैगजीन, गोला-बारूद, और आईईडी सर्किट शामिल हैं।

इसके अलावा, पाकिस्तान ने ड्रोन के माध्यम से भारत में हथियार और नशीले पदार्थ गिराने की कोशिश की है, जिसे बीएसएफ ने कई बार नाकाम किया है ।

पाकिस्तान का कौन-कौन देश साथ देने के लिए तैयार हुआ: - 

पाकिस्तान के साथ देने वाले देशों की बात करें, तो 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में कुछ प्रमुख देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया था। इनमें से कुछ प्रमुख देश हैं:

- *संयुक्त राज्य अमेरिका*: अमेरिका ने पाकिस्तान को सैन्य और आर्थिक सहायता प्रदान की थी।
- *चीन*: चीन ने भी पाकिस्तान का समर्थन किया था और उसे सैन्य और आर्थिक सहायता प्रदान की थी।

इन देशों के समर्थन के पीछे कई कारण थे, जिनमें से एक प्रमुख कारण शीत युद्ध की राजनीति थी। अमेरिका और चीन दोनों ही सोवियत संघ के प्रभाव को कम करने के लिए पाकिस्तान का समर्थन कर रहे थे, जबकि भारत सोवियत संघ के करीब था। इस युद्ध में भारत को सोवियत संघ का मौन समर्थन प्राप्त था ।

पाकिस्तान के आतंकी अड्डे कैसे समाप्त हए और उसे कैसे समाप्त किया जा सकता है- 
पाकिस्तान में आतंकी अड्डों को समाप्त करने के लिए भारत ने कई कदम उठाए हैं, जिनमें से एक प्रमुख कदम ऑपरेशन सिंदूर है। इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान में आतंकवादियों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें कई आतंकवादी मारे गए और उनके ठिकाने नष्ट हो गए।

*आतंकी अड्डों को समाप्त करने के तरीके:*

- *सैन्य कार्रवाई*: भारत ने पाकिस्तान में आतंकवादियों के ठिकानों पर सैन्य कार्रवाई की है, जिसमें एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक शामिल हैं।
- *खुफिया जानकारी*: भारत ने खुफिया जानकारी इकट्ठा करके आतंकवादियों के ठिकानों का पता लगाया है और उन पर कार्रवाई की है।
- *अंतरराष्ट्रीय दबाव*: भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान पर दबाव डालने की अपील की है, जिससे वह अपने देश में आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करे।

*आगे आतंकी अड्डों को समाप्त करने के तरीके:*

- *पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाना*: भारत को पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाना होगा, जिससे वह अपने देश में आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
- *अंतरराष्ट्रीय सहयोग*: भारत को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सहयोग करना होगा, जिससे आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
- *खुफिया जानकारी इकट्ठा करना*: भारत को खुफिया जानकारी इकट्ठा करना होगा, जिससे आतंकवादियों के ठिकानों का पता लगाया जा सके और उन पर कार्रवाई की जा सके।

इन तरीकों से भारत आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है और पाकिस्तान में आतंकी अड्डों को समाप्त कर सकता है।

सीज फायर का ऐलान किसने किया और क्यों किया: - 

सीजफायर का ऐलान भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) के बीच हुई बातचीत के बाद किया गया। यह फैसला 10 मई 2025 को शाम 5 बजे से लागू हुआ, जिसमें दोनों देशों की सेनाएं सीमा पर सभी तरह की सैन्य गतिविधियाँ रोकने पर सहमत हुईं।

*सीजफायर के पीछे की वजहें:*

- *अमेरिकी राष्ट्रपति की मध्यस्थता*: संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच चल रहे संघर्ष को रोकने के लिए मध्यस्थता की और भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- *सीमा पर तनाव*: ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमा पर ड्रोन हमलों और गोलाबारी में वृद्धि के कारण तनाव बढ़ गया था, जिसे कम करने के लिए सीजफायर का ऐलान किया गया।
- *शांति वार्ता की राह*: सीजफायर का उद्देश्य संघर्ष को रोककर शांति वार्ता की राह बनाना और नागरिकों तथा देश को सुरक्षित करना है।

*सीजफायर की शर्तें:*

- *सैन्य गतिविधियों पर रोक*: दोनों देशों की सेनाएं निर्धारित समय और क्षेत्र में सभी सैन्य गतिविधियाँ रोक देंगी।
- *गोलाबारी और हवाई हमले बंद*: सीमा पर गोलाबारी और हवाई हमले बंद कर दिए जाएंगे।
- *निगरानी*: संयुक्त राष्ट्र या अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं सीजफायर की निगरानी करेंगी ।

सीज फायर का ऐलान बरकरार रहेगा पाकिस्तान उल्लंघन नहीं कर सकता है: - 


सीजफायर बरकरार रखने के लिए दोनों देशों को अपनी प्रतिबद्धता दिखानी होगी। पाकिस्तान को भी अपनी ओर से सीजफायर का उल्लंघन नहीं करना चाहिए और दोनों देशों को शांति वार्ता की दिशा में काम करना चाहिए।

*सीजफायर को बनाए रखने के लिए:*

- *आपसी समझौता*: दोनों देशों को आपसी समझौते के आधार पर सीजफायर को बनाए रखना होगा।
- *निगरानी*: सीजफायर की निगरानी के लिए दोनों देशों को संयुक्त रूप से या अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की मदद से निगरानी करनी होगी।
- *संवाद*: दोनों देशों को नियमित रूप से संवाद करना होगा और किसी भी मुद्दे पर चर्चा करनी होगी जो सीजफायर को प्रभावित कर सकता है।

*पाकिस्तान को अपनी प्रतिबद्धता दिखानी होगी:*

- *सीजफायर का सम्मान*: पाकिस्तान को सीजफायर का सम्मान करना होगा और अपनी ओर से किसी भी तरह का उल्लंघन नहीं करना चाहिए।
- *आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई*: पाकिस्तान को अपने देश में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी और आतंकवादियों को समर्थन देना बंद करना होगा।
- *शांति वार्ता*: पाकिस्तान को शांति वार्ता की दिशा में काम करना होगा और भारत के साथ अपने संबंधों को सुधारने के लिए काम करना होगा।।

- सुख मंगल सिंह
वरिष्ठ साहित्यकार कवि एवं लेखक 
वाराणसी वासी ,अवध निवासी 


Sukhmangal Singh

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