Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'

 

साहित्य के मर्मग्य महाप्राण कवि निराला जी /
प्रसाद के बाद छायावादी रचनाकार निरालाजी |
विद्रोही प्रचंड विचार करते थे सबका सत्कार /
हिंदी काव्य के आदर्श शलाका पुरुष निराला जी ||
महिषापुर मेदनीपुर में जन्म लिया निराला जी /
जीने का अंदाज निराला था अपना 'निराला 'जी |
तुलसीदास ,नये पत्ते , कुकुरमुत्ता लिखा निराला ने /
सांध्य-काकली ,गीतगुंजन ,बेला लिखा निराला जी |
साहित्यिक इतिहास के प्राण ,वेदान्त के गहन अध्येता /
दर्शन और काव्य समन्वय के अद्भुत साहित्यकार निराला |
मुक्त छंद में सदा सर्वदा भूल ना पायेगा इतिहास निराल्ला /
उपन्यास ,निबंध पत्रकारिता चिरन्तर अमर -प्रतीक निराला |
अणिमा और अर्चना लिखकर साधना किया निराला जी /
'मंगल 'का है नमन भावपूर्ण सुनो कविवर निराला जी ||

 

 

 

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Sukhmangal Singh

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