Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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सूरज की किरणों से सीखें

 

विनम्रता मन में दीखे ,सूरज की किरणों से सीखें |
दूसरों को देना सीखें , समदर्शी सा जीवन दीखे ||
मानव सभ्यता सीखे ,सादा जीवन पौधे सा दीखे |
विनम्रता मन में दीखे ,सूरज की किरणों से सीखें||
रोशनी से लेना सीखें , उदार धर्म धारण कर लीखें |
सूर्य आत्मा है लीखें , क्रोध का है शत्रु दास दीखे ||
आत्मशक्ति सूरज में दीखे ,आत्मा है शुद्ध सरीखे |
विनम्रता मन में दीखे ,सूरज की किरणों से सीखें ||
अहंकार से पूर्ण नाश , क्रोध शत्रु को बनाता दास |
आत्मा में प्रकाश दीखे ,रोशनी-आत्मा में सीखें ||
सनातन परम्परा सीखें ,मान गुरुओं को दे सीखें |
विनम्रता मन में दीखे ,सूरज की किरणों से सीखें ||
मन मूलाधार में बीते ,काव्य और लेखन लीखें |
प्राकृतिक व्यवस्था से सीखें , राजा सम दीखें ||
भेद भावी काया ना दीखे ,'मंगल' आत्मा से सीखें |
विनम्रता मन में दीखे ,सूरज की किरणों से सीखें ||

 

 

 

Sukhmangal Singh

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