Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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जिन होंठो ने कभी

 

जिन होंठो ने कभी
मेरे लिए
मंदिर में दुआ मांगी
वही होंठ थे
जो मुझे
हैसियत में रहने की
ताकीद कर रहे थे।

 


--सुधीर मौर्य

 

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