Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

लोकतंत्र

 

रक्त-रंजित , तम-पिशाचु

डोलते नरमुंड संग

देखो आये

सर झुकाए

लोकतंत्र कि ये विधायें ।


- सतीश कुमार

 

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ