वृक्ष
वृक्ष हो चूका है बूढ़ा
लेकिन बूढ़ा होना
हरेक का कर्तव्य हो जैसे
बांधी जाती मान -मन्नते
लगाए जाते है फेरे
लम्बी उम्र होने के
वृक्ष से ही
लोग आज भी बताते पते
वृक्ष कुछ न कुछ हम सब को
देता ही आया है ,पर
माँगा न उसने हमसे कभी
अंतिम पड़ाव का साथी बनकर
जो खुद साथ साथ जलके,
साथ निभाता रहा।
संजय वर्मा"दृष्टि"
मनावर जिला धार म प्र
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