Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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हम प्यार करना, कराना भूल गये

 


हम  प्यार करनाकराना भूल  गये 

जिंदा रहने का बहाना भूल गये


देखा  जो  बेरुखीतुम्हारी  आँखों में

जिंदगी  से  प्यारजताना  भूल  गये


दिल ने कई बार कहा, तुमसे प्यार करूँ

मगर  प्यार का  हम तराना  भूल गये


जैसे कटी जवानीशामे-बे-सहर भी कट

जायेगीरेत का घरौंदा, बनाना भूल गये


जिसके साये में एक जिंदगी कटी,उसका

      नाम अपने नाम के आगे लगाना भूल गये

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