Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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शेर

 

सच बोलकर बहुत कुछ खो दिया हमने
तब जाकर समझ आया की

झूठ का फन आ जाये जिसको इस जमाने में

वही सबसे बड़ा फ़नकार है।।

 

पलत कर देख जा कबहि वपस माइन


बस अपन ह कदमो के मिते ह्वे निशन पे



  • कभी जो याद आये वो बीते पल तो याद तुम्हारी आती है

    बरबाद हुआ जो एक शख्स तेरे इश्क में उसे याद तम्हारी आती है

 

 

 

अभिषेक शुक्ला

 

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