Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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सपने ही यहा है लगे सच्चे

 

 

 

सपने ही यहा है लगे सच्चे,खुद दिखता
और को दिखाता जा
ये दुनिया है कितनी प्यारी,
इक दुनिया ऐसी बनाता,जा
किसी को तु भूखा
मत,रख
खाता और खिलाता जा,

 

 

 

 

आभिषेक जैन

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