संजय वर्मा "दृष्टि "को डॉ भीमराव अंबेडकर नेशनल अवार्ड २०२५ सोशल वर्क हेतु नॉमिनेट
शांति फाउंडेशन अशोकपुर टिकिया वजीरगंज गोंडा भारत द्वारा प्रायोजक नीति आयोग,शांति मेमोरियल स्कूल शांति फाउंडेशन ( शिक्षा,सेवा,सुरक्षा ), इनोवेटिव टीचर्स ग्रुप ऑफ़ इंडिया द्वारा 14 अप्रैल 2025 भारत रत्न डॉ बी आर अंबेडकर जयंती पर मनावर जिला धार मप्र के संजय वर्मा "दृष्टि "को डॉ भीमराव अंबेडकर नेशनल अवार्ड २०२५ सोशल वर्क कार्य हेतु नॉमिनेट किया गया है | शांति मेमोरियल स्कूल संस्थापक- शिवप्रसाद आनंद ,शांति फाउंडेशन मिडिया प्रभारी -संजय कुमार ,शांति मेमोरियल स्कूल -प्रधानाचार्य-रमेश आनंद ,शांति मेमोरियल स्कूल उप-प्रधानाचार्य अंजू आनंद ,शांति फाउंडेशन अध्यक्ष-पिंकी देवी ,स्टेट अवार्डी टीचर गोंडा उत्तरप्रदेश-सुनील आनंद ,प्रबंधक शांति मेमोरियल स्कूल -गया प्रसाद आनंद ,पद्यम श्री महाराष्ट्र संरक्षक -डॉ विजय कुमार शाह आयोजनकर्ता द्वारा बधाई प्रदान की जाकर उज्जवल भविष्य की कामना की | उल्लेखनीय है कि आप 50 वर्षो से नियमित आपके सृजन से ,आप लगातार लिखने और प्रकाशित होने वाले लेखकों में हैं|राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित श्री संजय वर्मा"दृष्टि" की लगभग पाँच हजार काव्य रचनाएँ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई है|150 साझा काव्य संकलन आपकी साहित्यिक कीर्ति में नित अभिवृद्धि करते हैं|लगभग पांच दशकों से अधिक निरंतर सृजनरत श्री संजय वर्मा"दृष्टि" आकाशवाणी और दूरदर्शन पर भी कई बार अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं| बेटी बचाओ पर आधारित अपनी प्रसिद्ध कृति"दरवाजे पर दस्तक"से दुनिया भर में लोकप्रिय हुए संजय वर्मा"दृष्टि" की रचनात्मक 'दृष्टि' बड़ी समृद्ध और व्यापक है|वर्तमान में नए संग्रह "बेटियों का आँगन", "बागेश्वर धाम" काव्य संग्रह प्रकाशित है।बेटी पर श्रंखलाबद्ध लिखी आपकी अनगिनत रचनाओं को पाठकों ने बड़े दिल से मान-सम्मान दिया है| सामाजिक,साहित्यिक संस्थाओं में अनवरत सहभागिता आपकी अभिरुचि और सृजनशीलता को नये आयाम प्रदान करती है|।विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में गद्य-पद्य,लेख प्रकाशित होते रहे हैं,जो पाठकों के साथ अन्य लेखकों को भी निरंतर सक्रिय रहने और सृजनरत रहने की प्रेरणा प्रदान करते हैं।अंतराष्ट्रीय हम हिंदुस्तानी साप्ताहिक पेपर अमेरिका.,कनाडा अफ्रीका से प्रकाशित होता है उसमे एक दिन में 23 लेख ,कविता प्रकाशित होने का रिकॉर्ड भी इनके नाम पर है |मुख्य कृतियाँ--'दरवाजे पर दस्तक',खट्टे मीठे रिश्ते (कहानी संग्रह),तुम मुझसे झूठ तो नहीं बोल रहे(उपन्यास) कनाडा से प्रकाशित।समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं निरन्तर रचनाओं का प्रकाशन।मुख्य सम्मान/पुरस्कार--राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रसिद्ध साहित्यिक संस्थाओं से 667 से भी अधिक सम्मान व पुरस्कार प्राप्त।गोल्डन बुक ,स्टार बुक ऑफ़ इंटरनेशनल से सम्मान एवं वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में तीन बार नाम दर्ज है।
शांति फाउंडेशन अशोकपुर टिकिया वजीरगंज गोंडा भारत द्वारा प्रायोजक नीति आयोग,शांति मेमोरियल स्कूल शांति फाउंडेशन ( शिक्षा,सेवा,सुरक्षा ), इनोवेटिव टीचर्स ग्रुप ऑफ़ इंडिया द्वारा 14 अप्रैल 2025 भारत रत्न डॉ बी आर अंबेडकर जयंती पर मनावर जिला धार मप्र के संजय वर्मा "दृष्टि "को डॉ भीमराव अंबेडकर नेशनल अवार्ड २०२५ सोशल वर्क कार्य हेतु नॉमिनेट किया गया है | शांति मेमोरियल स्कूल संस्थापक- शिवप्रसाद आनंद ,शांति फाउंडेशन मिडिया प्रभारी -संजय कुमार ,शांति मेमोरियल स्कूल -प्रधानाचार्य-रमेश आनंद ,शांति मेमोरियल स्कूल उप-प्रधानाचार्य अंजू आनंद ,शांति फाउंडेशन अध्यक्ष-पिंकी देवी ,स्टेट अवार्डी टीचर गोंडा उत्तरप्रदेश-सुनील आनंद ,प्रबंधक शांति मेमोरियल स्कूल -गया प्रसाद आनंद ,पद्यम श्री महाराष्ट्र संरक्षक -डॉ विजय कुमार शाह आयोजनकर्ता द्वारा बधाई प्रदान की जाकर उज्जवल भविष्य की कामना की | उल्लेखनीय है कि आप 50 वर्षो से नियमित आपके सृजन से ,आप लगातार लिखने और प्रकाशित होने वाले लेखकों में हैं|राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित श्री संजय वर्मा"दृष्टि" की लगभग पाँच हजार काव्य रचनाएँ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई है|150 साझा काव्य संकलन आपकी साहित्यिक कीर्ति में नित अभिवृद्धि करते हैं|लगभग पांच दशकों से अधिक निरंतर सृजनरत श्री संजय वर्मा"दृष्टि" आकाशवाणी और दूरदर्शन पर भी कई बार अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं| बेटी बचाओ पर आधारित अपनी प्रसिद्ध कृति"दरवाजे पर दस्तक"से दुनिया भर में लोकप्रिय हुए संजय वर्मा"दृष्टि" की रचनात्मक 'दृष्टि' बड़ी समृद्ध और व्यापक है|वर्तमान में नए संग्रह "बेटियों का आँगन", "बागेश्वर धाम" काव्य संग्रह प्रकाशित है।बेटी पर श्रंखलाबद्ध लिखी आपकी अनगिनत रचनाओं को पाठकों ने बड़े दिल से मान-सम्मान दिया है| सामाजिक,साहित्यिक संस्थाओं में अनवरत सहभागिता आपकी अभिरुचि और सृजनशीलता को नये आयाम प्रदान करती है|।विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में गद्य-पद्य,लेख प्रकाशित होते रहे हैं,जो पाठकों के साथ अन्य लेखकों को भी निरंतर सक्रिय रहने और सृजनरत रहने की प्रेरणा प्रदान करते हैं।अंतराष्ट्रीय हम हिंदुस्तानी साप्ताहिक पेपर अमेरिका.,कनाडा अफ्रीका से प्रकाशित होता है उसमे एक दिन में 23 लेख ,कविता प्रकाशित होने का रिकॉर्ड भी इनके नाम पर है |मुख्य कृतियाँ--'दरवाजे पर दस्तक',खट्टे मीठे रिश्ते (कहानी संग्रह),तुम मुझसे झूठ तो नहीं बोल रहे(उपन्यास) कनाडा से प्रकाशित।समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं निरन्तर रचनाओं का प्रकाशन।मुख्य सम्मान/पुरस्कार--राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रसिद्ध साहित्यिक संस्थाओं से 667 से भी अधिक सम्मान व पुरस्कार प्राप्त।गोल्डन बुक ,स्टार बुक ऑफ़ इंटरनेशनल से सम्मान एवं वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में तीन बार नाम दर्ज है।
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