Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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11 वां कथक उत्सव संपन्न हुआ*
प्रोफेसर जगदीश गंगानी को मिला 'त्रिनेत्रा सम्मान'
कोटा: शनिवार की शाम त्रिनेत्रा कथक अकादमी द्वारा मल्टीमेटल संस्थान के मुक्त आकाश मंच पर 11वें कथक उत्सव का आयोजन किया गया ।इस अवसर पर प्रतिवर्ष की भांति बड़ौदा से पधारे महाराजा सायाजीराव विश्वविद्यालय के पूर्व विभाग अध्यक्ष तथा देश के प्रसिद्ध कथक गुरु और कोरियोग्राफर प्रोफेसर जगदीश गंगानी जी को त्रिनेत्रा सम्मान से सम्मानित किया गया ।अकादमी की संचालिका गरिमा भार्गव ने उन्हें शॉल स्मृति चिन्ह तथा सम्मान पत्र प्रदान किया ।इस अवसर पर प्रोफेसर गंगानी ने त्रिनेत्रा अकादमी के कार्यकलापों की अत्यंत प्रशंसा की तथा कहा कि जिस तरह विज्ञान और अन्य विषयों की ओलंपियाड स्पर्धा आयोजित होती है इस प्रकार कथक नृत्य की ओलंपियाड में भी इस अकादमी की आठ छात्राओं ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है तथा सम्मान पत्र प्राप्त किये हैं । प्रोफेसर गंगानी ने गरिमा भार्गव की प्रशंसा में कहां की इन्होंने जो ज्ञान अपने गुरु राजेंद्र जी से प्राप्त किया है उसे गुरु शिष्य परंपरा के अंतर्गत इतनी सारी छात्राओं में बांट रही हैं उसके लिए उनका यह कार्य अत्यंत प्रशंसनीय है।
कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती भगवान गणेश और नटराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण  तथा दीप प्रज्वलन से हुआ । उसके बाद छात्राओं ने गणेश श्लोक में गणेश वर्णन परक श्लोक जो एक ताल में निबद्ध थे प्रस्तुत किया । झपताल में  तथा एक ताल में नृत्त पक्ष और माखन चोरी, गुरु वंदना ठुमरी, परन तोड़े आदि कथक की विभिन्न विधाओं का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण शबरी भक्ति और मीरा नृत्य नाटिका थी इसका प्रदर्शन हाल ही में इन छात्राओं ने मेड़ता में आयोजित समारोह में भी किया था प्रस्तुत किया । इस उत्सव में 50 से भी अधिक छात्राओं ने कथक के विभिन्न रूप प्रस्तुत किया । वनस्थली विद्यापीठ के सहायक प्रोफेसर राज बिहारी दास  ने हारमोनियम तथा गायन पर और अमिताभ शर्मा ने तबले पर संगत की। अकादमी के भोला मोहन भार्गव चेतन अग्रवाल और राकेश जैन ने उनका स्वागत किया। उद्घोषक गोपाल सोनी ने प्रत्येक कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी प्रदान की तथा कार्यक्रम को रोचक बनाया । नेपथ्य में कुसुम व्यास पूनम चतुर्वेदी पूनम शर्मा शिल्पा ढींगरा अंजली कोठारी पूर्वा उषा दुआ, सविता जैन तथा मधु भार्गव ने सहयोग प्रदान किया । सभी प्रतिभागी छात्राओं को मुख्य अतिथि  प्रो. गंगानी ने स्मृति चिन्ह प्रदान किये।

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