Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator
कभी किसी ने इनके छिलको की खासियत बताई है आपसे? नहीं ना.. तो मुझसे जान लें???? 
आज सीताफल (Custard Apple) की बात कर रहा हूँ, कई इलाकों में शरीफ़ा भी कहते हैं इसे। मुझे बेहद पसंद हैं ये और बड़ी फुर्सत और श्रद्धा से इनका आनंद लेता हूँ। पता है उत्तर भारत के अनेक इलाकों में लोग कद्दू को सीताफल कहते हैं, खैर, इस पोस्ट में मैं शरीफे यानी कस्टर्ड एप्पल/ सीताफल की बात कर रहा हूँ ❤️ कोई भी कंफ्यूज़न न रहे भई। 
आप जब भी इन फलों को खाएं, इसके छिलकों को डस्टबीन का रास्ता ना दिखाएं। छिलकों को साफ धो लें, धूप में रखकर सुखा लें, और जब ये पूरी तरह से सूख जाएं तो इन्हें मिक्सर में ग्राइंड करें, पाउडर तैयार हो जाएगा। अब इस पाउडर का करना क्या है? ????
सीताफल के छिलकों के 1 पाव (250 ग्राम) पाउडर को 5 किलो गेहूं के आटे में मिला दीजिये। ये जो छिलकों का पाउडर है ना, ये जबरदस्त गुणों की खान है जिसमें तमाम तरह के माइक्रो और मैक्रो न्यूट्रीएंट्स पाए जाते हैं जो आपके सेहतमंद बने रहने के लिए बेहद आवश्यक हैं। फाइबर भी ताबड़तोड़ मात्रा में पाया जाता है इन छिलकों में। गेहूं और सीताफल के छिलकों के इस मिक्स आटे की जो चपाती बनेगी, वो बड़ी बेहतरीन लगती है..यकीन मानिये इसका स्वाद भी ग़ज़ब का लगता है। मुझे तो मस्त लगती है ये, हो सकता है आपको इसका स्वाद अच्छा ना लगे तो फिर क्या कर सकते हैं सीताफल के पाउडर का? तो उसका जुगाड़ भी बता दूं...
इसके छिलकों के पाउडर की एक चम्मच मात्रा की रोज एकाध बार फांकी तो मारी ही जा सकती है। मल्टीविटामिन कैप्सूल खा खाकर कब तक काम चलाओगे, कभी ऐसा भी कुछ करके देखें ???? एक क़ातिल मल्टीविटामिन ऑप्शन है ये???? सच्ची
और एक बात, बड़ी ख़ास, इसके पाउडर से दांतों पर मंजन करके देखिएगा, बाय गॉड की कसम, सब टूथपेस्ट और अमका-ढमका आइटम्स फेल हो जाएंगे। पायरिया और मुंह से बदबू की जिन्हें शिकायत है, आजमाकर देख लें। सॉलिड तरीके से काम करता है ये। डेंटल प्लेक की बैंड भी बजा देता है ये। ये जो टूथपेस्ट और प्लास्टिक ब्रश से दिन की शुरुआत करते हो ना आप, सच्ची...बड़ी दया आती है मुझे। नीम, बबूल, अपामार्ग की दातून खोजिये, दांतों पर कूचा चलाना शुरू कर दीजिये। सीताफल का सीजन आ चुका है, कम से कम इसका पाउडर तो बनाकर रख ही लीजिये, कीजिये ज़िंदाबाद इस पावडर को और बनाइये अपने दांतों और मसूड़ों को 'हथौड़ा ब्रांड' ???? 
अब आखरी और एक खास बात भी सुन लीजिये!  शरीर पर चोट लग जाए, खून बह रहा है या मवाद बन आए घाव को जल्दी सुखाना हो, तो सीताफल के छिलकों का पाउडर एकदम अचूक दवा है। घाव पर लगा दीजिये इस पाउडर को, इसमें पाया जाने वाला कंपाउंड टैनिन घाव को जल्दी भरने में मदद करता है। यही पाउडर आधा चम्मच दिन में 2 से 3 बार दे दीजिये, दस्त, डायरिया रोकने के लिए भी जबरदस्त कारगर है ये। आज के लिए इतना ही, अब क्या जान दे दूँ? जिनको आज की बात समझ आ जाए, फट्ट से शेयर मारो, क्या पता कोई सीताफल चट्ट करके छिलकों को फेंकने की तैयारी में हो। अब ज्यादा नहीं बताऊंगा, आज के लिए इतना काफी है। कोई भी एक आईडिया आजमाकर देखिये, मज़ा नहीं आए तो पैसे वापस????
दुनियाभर भटक भटककर ये सारे आसान तामझाम आप सब के लिए लेकर आता हूँ, बदले में थोड़ा प्यार बरसाते रहिये ❤️। आप सबके प्यार को बटोरकर सुकून मिलता है। प्रोफाइल पर जाकर See First ऑप्शन क्लिक करेंगे तो मेरी पोस्ट सबसे पहले दिखेगी.. है, सम्हाल लीजिये। मैं तो भटक ही रहा हूँ, आप भी तो सही मेरे साथ।
कितनी सारी पंचायत ???? उफ़्फ़
बाय द वे, बकरी को कुछ चबाते हुए देखा है कभी? सीताफल खाते हुए इंसान को देख लेना, एक बार ????, दिख जाएगा नज़ारा

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