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news uttar pradesh 11 feb 2022


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LIMTY KHARE 


जौनपुर में चलाया गया मतदाता जागरूकता अभियान
(ब्यूरो कार्यालय)
जौनपुर (साई)। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में मतदाताओं में जागरूकता लाने के लिए जिला प्रशासन तमाम तरह के प्रयोग कर रहा है ऐसे में आज जिलाधिकारी जौनपुर की अध्यक्षता में पिंक रैली स्कूटी रैली निकाली गई जिसमें नगर के विभिन्न स्थानों पर जाकर आने वाले 7 मार्च को वोट करने की अपील की गई।
यही नही आकांक्षा समिति की अध्यक्ष डाक्टर अंकिता राज ने महिलाओं से भारी संख्या में घर से निकलकर वोट करने की अपील की है और कहा कि आप अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट करें हो सकता है कि इसका रिजल्ट आपको तुरंत न दिखाई दे लेकिन आगे आने वाले समय मे इसका असर आपके बच्चों में जरूर पड़ेगा इसलिए महिलाएं घर से निकल वोट जरूर करें।
जिले के खरका कालोनी स्थित इंग्लिश क्लब में आज सैकड़ो की संख्या स्कूटी सहित महिलाओं ने मतदाताओं से वोट करने की अपील के लिए रैली निकाली, रैली में डीएम मनीष कुमार वर्मा व उनकी पत्नी डाक्टर अंकिता राज (आकांक्षा समिति की अध्यक्ष) जिला जज व उनकी पत्नी ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और सभी वाहनो पर वोट प्रतिशत बढ़ाने व वोट करने की अपील की गई है।
आकांक्षा समिति की राज्य अध्यक्ष डाक्टर अंकिता राज ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा 7 मार्च को वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए तमाम तरह के।प्रयास किये जा रहे है उसी क्रम के आज पिंक स्कूटी रैली निकाली गई और आये दिन जनता को जगरूप करने के लिए डीएम मनीष कुमार वर्मा नए नए प्रयोग कर रहे है जिससे जनपद के वोटिंग प्रतिशत बढ़ सके।
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कांग्रेस प्रत्यासी चेतना पांडेय ने आज भरा नामाकन
(ब्यूरो कार्यालय)
गोरखपुर (साई)। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले की शहर विधानसभा सीएम योगी आदित्यनाथ के लड़ने से वीआईपी सीट बन चुकी है। इस सीट पर पूरे प्रदेश की निगाह है। अभी कुछ ही दिन पहले समाजवादी पार्टी ने भाजपा के कद्दावर नेता स्व. उपेन्द्र शुक्ला की पत्नी शुभावती शुक्ला को योगी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं अब कांग्रेस ने भी यहां से महिला चेहरा चेतना पाण्डेय को टिकट देकर उम्मीदवार घोषित कर दिया।
टिकट मिलने के बाद चेतना पांडेय आज नामाकन करने पहुची और नामाकन करने के बाद साल 2005 में डीडीयू उपाध्यक्ष डॉ. चेतना पाण्डेय बात करते हुए बताया कि गोरखपुर में विकास के मुद्दे पर वो योगी आदित्यनाथ को चुनौती देंगी। उन्होंने ये भी कहा कि योगी आदित्यनाथ तो बाहरी हैं, इस बार गोरखपुर की बेटी को अवसर मिलना चाहिए। जनता इस बात को जरूर समझेगी। उन्होंने कहा कि गोरखपुर के कई गांव आज भी पक्की सड़क और सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। गोरखपुर शहर में हल्की बरसात में भी बाढ़ आ जाती है। इन मुद्दों पर भाजपा भी बोलने से कतराती है।
आपको बता दे किगोरखपुर यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति में सक्रिय रहने वाली चेतना पाण्डेय तीन साल से कांग्रेस पार्टी में सदस्य के रूप में काम कर रही हैं। यूनिवर्सिटी में चेतना पाण्डेय की बोलने की शैली से हर कोई प्रभावित हो जाता था।गोरखपुर के जगतबेला स्टेशन के बगल में स्थित ग्राम मझगांवा की रहने वाली चेतना पाण्डेय के पिता रेलवे में स्टेशन मास्टर थे। जो अब रिटायर हो चुके हैं। लगभग 38 साल की चेतना पाण्डेय बचपन से ही बोलने में तेज तर्रार थी। वो डेढ़ दशक से राजनीति में सक्रिय हैं। गोरखपुर यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान छात्रों की आवाज बुलंद करने के लिए कई आंदोलन में भी भाग ले चुकी हैं।
साल 2005 में अपनी लोकप्रियता की वजह से ही गोरखपुर यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव में चेतना पाण्डेय उपाध्यक्ष चुनी गई थीं। छात्र राजनीति के साथ ही चेतना पढ़ाई में भी अव्वल रही हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर अपने नाम के आगे डॉक्टर भी जोड़ लिया है। अब इनको डॉ. चेतना पाण्डेय के नाम से जाना जाता है।
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सूने घर का ताला तोड़कर नगदी जेवर उठा ले गए बदमाश
(ब्यूरो कार्यालय)
कौशंबी (साई)। कौशाम्बी मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के चक नगर द्वितीय पाण्डेय भोजनालय से कुछ दूर पर सूने घर का ताला तोड़कर आधी रात को बदमाश नकदी जेवर व अन्य सामान उठा ले गए।
गृहस्वामी दावत खाने के बाद वापस घर लौटे तो घर का सामान अस्त-व्यस्त था और कीमती सामान नगदी जेवर आदि समान गायब थे मामले की सूचना पुलिस को दी गई है सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची है लेकिन पहले की तरह ही पुलिस लकीर पीटती रह गई है बताते चलें कि मंझनपुर मुख्यालय में इसके पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन घटनाओं का खुलासा पुलिस नहीं कर सकी है।
प्राप्त घटनाक्रम के मुताबिक मंझनपुर कोतवाली के चकनगर द्वितीय पांडेय भोजनालय के पास विवेक सिंह पुत्र बृजेन्द्र बहादुर सिंह अपने परिवार सहित रहते है 09 फरवरी को शादी समारोह में शामिल होने के लिए घर में ताला बंद कर पूरे परिवार सहित अपने गांव प्रतापगण वह चले गए थे।
दावत खाने के बाद जब वह 11 फरवरी को वापस घर पहुंचे तो देखा कि घर का ताला टूटा है घर का सामान बिखरा पड़ा है कीमती सामान जेवर नगदी मौके से गायब हैं घर पर चोरी की वारदात हो चुकी है गृहस्वामी ने बताया कि घर का ताला तोड़ कर घर के अंदर घुसे चोरों ने दस हजार रुपए नगद पच्चीस हजार रुपए कीमत के जेवरात व टीवी एलईडी आदि समान चोरी कर ले गए है इसके पहले भी जनपद मुख्यालय के नहर रोड सहित विभिन्न मोहल्लों में चोरी की कई घटनाएं बंद घर में हो चुकी हैं जिनका खुलासा नहीं हो सका है।
मंझनपुर के नहर रोड और उसके आसपास चोरी की कई घटनाएं हो चुकी हैं किसी घटना का खुलासा पुलिस नहीं कर सकी है चोरी के तरीके यह बताते हैं कि सभी घटनाओं को एक ही गैंग के सदस्यों ने अंजाम दिया है सूत्रों की माने तो चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले नहर रोड और उसके आसपास रहने वाले हैं जिन पर पुलिस की नजर नहीं पहुंच रही है या फिर जान-बूझकर पुलिस उन पर नजर नहीं डालना चाहती है।
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असलहों की तस्करी करने वाली लेडी डॉन प्रिया रस्तोगी चढ़ी पुलिस के हत्थे
(ब्यूरो कार्यालय)
लखनऊ (साई)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस टीम ने लेडी डॉन प्रिया रस्तोगी को गिरफ्तार किया है। गौरव उपाध्याय की पत्नी प्रिया रस्तोगी लखनऊ शहर व आसपास के इलाकों में अवैध असलहों की आपूर्ति किया करती थी। इसके लिए वह स्कार्पियो वाहन का प्रयोग करती।
महिला होने के नाते कोई प्रिया रस्तोगी पर शक नहीं करता था और वह असलहों की तस्करी का काम धड़ल्ले से संचालित कर रही थी।प्रिया रस्तोगी कृष्णानगर थाने के विराटनगर की रहने वाली है। प्रिया द्वारा अवैध असलहों की आपूर्ति किये जाने की जानकारी पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को हुई तो उन्होंने पुलिस अधिकारियों को इस मामले में जानकारी जुटाने के लिए कहा।
मध्य लखनऊ की पुलिस उपायुक्त सुश्री अपर्णा रजत को इस मामले का वर्कआउट करने की जिम्मेदारी दी गयी। सुश्री अपर्णा ने कृष्णानगर थाने की टीम के साथ अभियान चलाया तो प्रिया रस्तोगी पकड़ में आ गयी।
पुलिस टीम ने उसके पास से सात लाख रुपये नकद, स्कार्पियो गाड़ी और अवैध तमंचे बरामद किया है। पुलिस उन लोगों की तलाश कर रही है जिनके पास तक प्रिया रस्तोगी अवैध असलहों की आपूर्ति किया करती थी।
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वीआईपी के टिकट से लड़ेगे बौरिया विधायक सुरेन्द्र सिंह चुनाव
कल करेगे नामांकन, बोले बलिया में एक भी सीट नही जीतेगी भाजपा
(ब्यूरो कार्यालय)
बलिया (साई)। अपने बडबोलेपन और विवादित बयानों एक कारण हमेशा चर्चा में रहने वाले बौरिया से भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह अपना टिकट काटे जाने से खासे नाराज़ है और बगावत का बिगुल फुक चुके है। अब उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुवे आज गुरूवार को बिहार की सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल वीआईपी को ज्वाइन कर ली है।
पार्टी के पदाधिकारियों ने उन्हें सदस्यता दिलाई। इस दौरान विधायक ने विरोधियों के खिलाफ जमकर हुंकार भरी। साथ ही उन्होंने कल नामांकन करने की घोषणा किया है।गौरतलब हो कि टिकट कटने के बाद से जलाल में आये सुरेन्द्र सिंह ने बगावत का परचम बुलंद कर रखा है। उन्होंने बुधवार को टिकट काटने के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर मानसिक दिवालियापन का आरोप लगाया था। कहा था कि जिले में भाजपा को एक भी सीट नहीं जीतने दूंगा। ये बात भी कही गई थी कि कई राजनीतिक दल उनके संपर्क में हैं लेकिन वो किसी दल में शामिल नहीं हो रहे हैं और निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
सुरेंद्र सिंह की माने तो उन्होंने महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ शिवसेना और जदयू ने टिकट की पेशकश की थी, लेकिन सुरेंद्र सिंह ने निर्दल चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इस बीच पलटी मारते हुए विधायक सुरेंद्र सिंह गुरुवार को वीआईपी पार्टी में शामिल हो गए। चांदपुर स्थित विधायक के आवास पर वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष साहनी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्वांचल के अध्यक्ष राजाराम बिंद, चुनाव प्रभारी उमेश साहनी आदि पहुंचकर सुरेंद्र सिंह को पार्टी में शामिल कराया।
संतोष साहनी ने कहा कि चुनाव में हम मजबूती के साथ 165 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। अभी तक हमने 84 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा भाजपा में मेरे साथ धोखा हुआ है। नौ सर्वे में मेरी रिपोर्ट सही थी। भूमाफिया को जमीन कब्जा करने नहीं दिया तो मेरा टिकट काट दिया गया। अब द्वाबा से भाजपा की जमानत जब्त करा दूंगा।
उन्होने कहा कि बलिया का टिकट दिल्ली से नहीं यहां की जनता के दिल से बंटता है। अक्षम लोगों को टिकट देकर भाजपा ने अपने दिमागी दिवालियापन का परिचय दिया है, जिसका रिजल्ट 10 मार्च को उसके सामने होगा और बलिया में भाजपा का खाता नहीं खुलेगा। बैरिया के सिटिंग विधायक सुरेंद्र सिंह का टिकट काटकर राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल को भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया है। इस सीट से सपा ने जय प्रकाश अंचल को प्रत्याशी बनाया है। बलिया में छठे चरण में तीन मार्च को मतदान है।
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ऋचा सिंह ने सिद्धार्थ नाथ सिंह के बयान पर किया जवाबी हमला
बोलीं- 5 सालों में कुछ भी विकास नहीं
(एल.एन. सिंह)
प्रयागराज (साई)। समाजवादी पार्टी ने प्रयागराज शहर पश्चिमी से ऋचा सिंह पर भरोसा जताया है और एक बार फिर से ऋचा को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि इससे पहले अमरनाथ मौर्य ने भी समाजवादी पार्टी से नामांकन किया था लेकिन पत्रों की जांच में अमरनाथ मौर्य के नामांकन को खारिज कर दिया गया है।
ऋचा सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि 2017 में भी उन्होंने चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गई थी सिद्धार्थ नाथ सिंह जीते थे। लेकिन अब आम जनता सिद्धार्थ नाथ सिंह के बीते पांच साल के कार्य से बेहद नाराज हैं और उनको भरोसा है कि इस बार जीत उनकी सुनिश्चित है।
5 सालों में कुछ भी विकास नहीं ऋचा ने बताया कि बीते 5 सालों में शहर पश्चिमी का कुछ भी विकास नहीं हुआ है, हर क्षेत्र बदहाली के आंसू बहा रहा है। इसीलिए आम जनता ने ये मन बना लिया है कि वह अब समाजवादी पार्टी के साथ जाएंगी। ऋचा सिंह ऋचा सिंह ने सिद्धार्थ नाथ सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि उनके दिल और दिमाग में माफिया बैठ चुके हैं उन्होंने कोई विकास तो किया नहीं है इसलिए वह बार-बार माफियाओं का नाम लेकर के जनता के बीच में जा रहे हैं तब भी उनको जनता का विरोध भी देखना पड़ रहा है।
ऋचा सिंह ने कहा कि सिद्धार्थ नाथ सिंह अतीक का नाम ले लेकर के क्या सिद्ध करना चाहते हैं यह तो नहीं पता लेकिन यह तो साफ हो गया है कि बीते 5 सालों में उन्होंने किसी क्षेत्र में कोई काम नहीं किया है। शहर पश्चिम की बात करें तो इस बार भी ऋचा सिंह का मुकाबला सिद्धार्थ नाथ सिंह से देखने को मिल रहा है।
अबकी बार जनता किसको वोट करेगी यह तो 10 मार्च के नतीजे में ही पता चल पाएगा। हालाकी दोनों के बीच में जुबानी जंग जारी है। पिछले चुनाव में जब ऋचा सिंह जनसंपर्क कर रही थी कि तभी सिद्धार्थ नाथ सिंह लसामने मिल गए थे और उस समय ऋचा सिंह ने उनका पांव छूकर के आशीर्वाद भी लिया था इस बार भी जब उनसे सवाल पूछा गया की इतनी जुबानी जंग के बावजूद भी अगर सिद्धार्थ नाथ सिंह आपको मिलते हैं तो क्या आप आशीर्वाद लेंगे, तो ऋचा का कहना है कि वह बड़े हैं जरूर उनका आशीर्वाद लूंगी क्योंकि समाजवादी की सोच यही है और यह मेरी खुद की भी सोच है।
उन्होंने कहा कि हर बड़े व्यक्ति का आशीर्वाद लेना चाहिए चाहे वह समर्थक हूं या फिर विरोधी। सिद्धार्थ नाथ सिंह पर जवाबी हमला करते हुए ऋचा सिंह ने कहा कि उनके कार्यकाल में लोग बेबस रहे, लाचार थे और क्षेत्र में क्राइम ग्राफ बहुत ज्यादा बढ़ा है।जब चुनाव करीब आने लगे तो सिद्धार्थ नाथ जी क्षेत्र में जाने लगे नहीं तो अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने किसी के लिए कोई कार्य नहीं किया है। चाहे सड़क की समस्या हो, जलभराव की हो या फिर आम जनता की समस्या किसी का भी निस्तारण नहीं किया है।

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