Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator


मित्रता  से   प्रेम  तक  आने  का  शुक्रिया।
अपना   राजदार  मुझे  बनाने का शुक्रिया।
जब-जब मैं टूटा खुद से संभाला है आपने,
मुश्किलों में मेरा साथ निभाने का शुक्रिया।

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